हरियाणा में भात की रस्म में भाइयों ने निभाई अनोखी परंपरा, बहन की बेटियों के लिए भरा 51 लाख का मायरा
दोनों भाइयों ने अपनी बहन के प्रति सम्मान दिखाते हुए भात की यह रस्म निभाई जो हरियाणा और राजस्थान में इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है। बताया गया कि शादी समारोह में सैकड़ों ग्रामीण कुम्हारिया से फेफाना पहुंचे।
हरियाणा और राजस्थान की परंपराओं में मायरा या भात भरने की रस्म को विशेष महत्व दिया जाता है। इसी कड़ी में 2 दिसंबर 2024 को हरियाणा के सिरसा जिले के गांव कुम्हारिया से दो भाइयों द्वारा अपनी इकलौती बहन की बेटियों की शादी में 51 लाख 41 हजार का भात भरने की खबर ने पूरे क्षेत्र में चर्चा का माहौल बना दिया। कुम्हारिया गांव के निवासी दारा सिंह बैनीवाल और पृथ्वी सिंह बैनीवाल ने राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के फेफाना गांव में अपनी बहन बाला की बेटियों की शादी में यह रस्म निभाई। इसमें 31 लाख रुपए नगद, 20 तोले सोने के आभूषण, परंपरागत वस्त्र और अन्य सामग्रियां शामिल थीं।
51 लाख 41 हजार का भात बना चर्चा का विषय
दोनों भाइयों ने अपनी बहन के प्रति सम्मान दिखाते हुए भात की यह रस्म निभाई, जो हरियाणा और राजस्थान में इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है। बताया गया कि शादी समारोह में सैकड़ों ग्रामीण कुम्हारिया से फेफाना पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह, विधायक शीशपाल केहरवाला, युवा कांग्रेस नेता संदीप बैनीवाल, सुमित बैनीवाल और कई गणमान्य लोग भी शामिल हुए।
भात भरने की रस्म की खासियत
परंपरा के अनुसार मायके के लोग बहन की शादी या उसकी संतानों की शादी में मायरा भरते हैं। इसमें बहन के परिवार को उपहार और नकद राशि दी जाती है। इस बार दारा सिंह और पृथ्वी सिंह ने न केवल अपनी बहन के प्रति स्नेह दिखाया, बल्कि यह रस्म निभाते हुए 51 लाख 41 हजार का भात भरकर परंपरा को एक नया आयाम दिया। संदीप बैनीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह भात उनकी बुआ बाला की दो बेटियों की शादी में भरा गया। इसमें नगदी, सोने के आभूषण, वस्त्र और अन्य उपहार शामिल थे। इस ऐतिहासिक भात ने रिश्तों के महत्व और पारंपरिक रीति-रिवाजों की गरिमा को और बढ़ाया है।
क्षेत्र के लोगों की प्रतिक्रिया
भात भरने के इस आयोजन ने स्थानीय स्तर पर भारी प्रशंसा अर्जित की। ग्रामीणों और गणमान्य लोगों ने दोनों भाइयों की इस पहल को सराहा। उन्होंने इसे एक आदर्श उदाहरण बताया, जो भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और भारतीय परंपराओं की महानता को दर्शाता है। कांग्रेसी नेता डॉ. केवी सिंह ने कहा कि यह आयोजन न केवल एक पारिवारिक रस्म थी, बल्कि समाज में आपसी प्रेम और सम्मान को बढ़ावा देने वाली घटना भी थी। ग्रामीणों ने भी इस अनूठी रस्म को देखकर इसे सदी की सबसे बड़ी भात भरने की रस्म में से एक बताया।
रस्म में शामिल हुए गणमान्य लोग
भात भरने की रस्म में क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित लोग भी शामिल हुए। इनमें विनोद कुमार, जगदीश, रामस्वरूप, महेंद्र सिंह, पालाराम और रूपेश कुमार शामिल थे। इन लोगों ने इस अवसर को खास बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हरियाणा और राजस्थान की इस परंपरा में भाई अपनी बहन की संतानों की शादी में भात भरकर अपने स्नेह और सम्मान को प्रकट करता है। यह रस्म भारतीय समाज में रिश्तों की मजबूती और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने का प्रतीक है।
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